रायपुर, 2 जून
छत्तीसगढ़ के सुकमा में दो कट्टर उग्रवादियों समेत 16 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है, जो इस क्षेत्र में माओवादी आंदोलन के लिए एक बड़ा झटका है।
इनमें एक महिला और एक पुरुष शामिल हैं, जिन पर 8 लाख रुपये का इनाम था, जबकि अन्य पर अलग-अलग इनाम थे, जिससे कुल इनाम 25 लाख रुपये हो गया। सुकमा जिले में वरिष्ठ पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष सोमवार को आत्मसमर्पण किया गया।
पुलिस अधीक्षक किरण जी चव्हाण ने कहा कि माओवादी छत्तीसगढ़ सरकार की 'नियाद नेल्लनार' पहल से प्रभावित थे, जिसका उद्देश्य दूरदराज के गांवों में विकास को बढ़ावा देना है।
माओवादी गतिविधियों पर चल रही कार्रवाई के कारण आत्मसमर्पण में वृद्धि हुई है, क्योंकि उग्रवादियों को सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव का सामना करना पड़ रहा है।
आत्मसमर्पण करने वालों में माओवादियों की सेंट्रल रीजनल कमेटी (सीआरसी) कंपनी नंबर दो की 36 वर्षीय सदस्य रीता उर्फ डोडी सुक्की और पीएलजीए बटालियन नंबर एक के पार्टी सदस्य राहुल पुनेम पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था। इसके अलावा, लेकम लखमा पर 3 लाख रुपये का इनाम था, जबकि तीन अन्य- सोडी चूला, तेलम कोसा और डोडी हुर्रा पर 2-2 लाख रुपये का इनाम था। आत्मसमर्पण करने वाले नौ माओवादी केरलपेंडा ग्राम पंचायत के थे, जिसे अब उनके आत्मसमर्पण के बाद माओवाद-मुक्त घोषित कर दिया गया है।