ब्राजीलिया, 3 जून
भारत ने ब्राजील में संचार मंत्रियों की बहुपक्षीय बैठक के दौरान ब्रिक्स देशों के साथ दीर्घकालिक राजनयिक संबंधों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
ब्राजील में 11वीं ब्रिक्स संचार मंत्रियों की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए केंद्रीय ग्रामीण विकास और संचार राज्य मंत्री (एमओएस) चंद्रशेखर पेम्मासानी ने आधार से लेकर यूपीआई तक डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका पर प्रकाश डाला, जो अब समावेशी तकनीक आधारित विकास के लिए एक वैश्विक मॉडल है।
उन्होंने सोमवार को ब्रासीलिया में हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में चार स्तंभों - सार्वभौमिक और सार्थक कनेक्टिविटी, अंतरिक्ष और पर्यावरणीय स्थिरता, और डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र - पर भारत की प्रगति को साझा किया।
ब्रिक्स सदस्यों में 11 देश शामिल हैं - ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण मिस्र, अफ्रीका, संयुक्त अरब अमीरात, इथियोपिया, ईरान, इंडोनेशिया और सऊदी अरब।
पेम्मासानी ने मंगलवार को एक्स पर पोस्ट किया, "ब्राजील के साथ डिजिटल संबंधों को मजबूत करने की दिशा में सार्थक द्विपक्षीय वार्ता हुई, ताकि भविष्य में अधिक स्मार्ट और सुरक्षित हो सके। स्वदेशी 4जी/5जी विकास और घरेलू विनिर्माण में भारत की प्रगति पर चर्चा की गई और 6जी, क्वांटम तकनीक और सैटकॉम में सहयोग की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया गया। इसके अलावा, ब्राजील के 6गीगाहर्ट्ज परीक्षणों और सैटकॉम जरूरतों, दूरसंचार सुरक्षा और वैश्विक डीपीआई सहयोग पर भी चर्चा की गई।" उन्होंने ब्रिक्स संचार मंत्रियों की बैठक के दौरान दक्षिण अफ्रीकी समकक्ष के साथ रचनात्मक बातचीत की और वैश्विक मंचों पर उनके निरंतर समर्थन की सराहना की।