भोपाल, 3 जून
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा मंगलवार को मध्य प्रदेश में 'संगठन सृजन अभियान' शुरू करने के बाद, पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के उद्देश्य से इस अभियान का क्रियान्वयन 10 जून से शुरू होगा।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) और पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस कमेटी) द्वारा नियुक्त 60 से अधिक पर्यवेक्षक 10 जून से उन्हें सौंपे गए जिलों का दौरा शुरू करेंगे और वे 30 जून तक वहां डेरा डालेंगे।
भोपाल के इंदिरा गांधी भवन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल तथा मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी की मौजूदगी में हुई राज्य की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
प्रत्येक टीम में चार सदस्य (तीन पर्यवेक्षक और एक राज्य पर्यवेक्षक) होंगे, जो 10 जून से 30 जून तक अपने-अपने जिलों में डेरा डालेंगे। इस दौरान वे स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं और आम लोगों से संवाद करेंगे। हरीश चौधरी ने कहा, "टीमों का एकमात्र काम पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं, समर्थकों और आम लोगों से मिलना-जुलना होगा। इस प्रक्रिया के बाद टीमें जिला अध्यक्षों के लिए कम से कम छह संभावित उम्मीदवारों का चयन करेंगी। जिला अध्यक्ष पद के लिए उपयुक्त व्यक्ति को चुनने का विचार है।" उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने पार्टी के प्रति उनकी जवाबदेही तय करके जिला कांग्रेस अध्यक्ष की स्थिति को मजबूत करने का फैसला किया है। उम्मीदवारों के चयन में जिला अध्यक्षों को निर्णय लेने का अधिकार दिया जाएगा। उन्होंने कहा, "कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने हाल ही में उम्मीदवारों के चयन में जिला अध्यक्षों को शामिल करने का फैसला किया है। सीडब्ल्यूसी की बैठक (दिल्ली में) के दौरान, मध्य प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने मांग की है कि यह प्रक्रिया हमारे राज्य से शुरू होनी चाहिए।" चौधरी ने यह भी बताया कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भोपाल दौरे के दौरान राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) और एआईसीसी द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों सहित चार बैठकें बुलाईं।