नई दिल्ली, 4 जून
भारत ने जिनेवा में आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए 8वें वैश्विक मंच पर वैश्विक आपदा लचीलापन प्रयासों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पी. के. मिश्रा ने नॉर्वे के अंतर्राष्ट्रीय विकास उप मंत्री, स्टाइन रेनेट हाहेम के साथ एक सार्थक चर्चा की, जिसमें आपदा जोखिम न्यूनीकरण में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर बल दिया गया।
डॉ. मिश्रा ने मंच के उद्घाटन समारोह में भी भाग लिया, जिसमें आपदा तैयारी और लचीलापन निर्माण के प्रति भारत के सक्रिय दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला गया, तथा सुरक्षित और अधिक लचीले भविष्य के लिए साझेदारी को मजबूत करने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया।
आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत आपदा से निपटने के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए भारत ने एनडीएमए (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण), एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और एसडीएमए (राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) का गठन किया है।
संयुक्त राष्ट्र के तहत आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए वैश्विक मंच, आपदा जोखिम न्यूनीकरण के कार्यान्वयन पर प्रगति का आकलन करने और चर्चा करने के लिए मुख्य वैश्विक मंच है।
संयुक्त राष्ट्र आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यालय (यूएनडीआरआर) द्वारा आयोजित वैश्विक मंच (जीपी2025) का आठवां सत्र जिनेवा, स्विट्जरलैंड में चल रहा है।