पटना, 19 जुलाई
नालंदा में एक ही परिवार के पाँच सदस्यों द्वारा ज़हरीला पदार्थ खाने के एक दिन बाद, चार सदस्यों की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि उनमें से दो ने शुक्रवार रात और दो ने शनिवार सुबह दम तोड़ दिया।
परिवार का एक सदस्य अस्पताल में ज़िंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है।
यह घटना ज़िले के पावापुरी थाना क्षेत्र के पावा गाँव में हुई।
मृतक धर्मेंद्र कुमार के परिवार के थे, जो पिछले छह महीने से नालंदा ज़िले के पावापुरी जल मंदिर के पास किराए के मकान में रहकर कपड़े की दुकान चला रहे थे।
मृतकों की पहचान धर्मेंद्र की पत्नी सोनी कुमारी (38), बेटी दीपा कुमारी (16), बेटी आर्यिका कुमारी (14) और बेटे शिवम कुमार (15) के रूप में हुई है।
धर्मेंद्र कुमार (40) फिलहाल राजगीर के VIMS अस्पताल में गंभीर हालत में ज़िंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं।
प्रारंभिक जाँच के अनुसार, व्यवसाय में लगातार घाटे और एक साहूकार से ऊँची ब्याज दर पर लिए गए लगभग 5 लाख रुपये के कर्ज के कारण परिवार गंभीर मानसिक तनाव में था।
कर्ज चुकाने के लिए कर्जदाता के लगातार दबाव ने परिवार को निराशा में डाल दिया था।
एक छोटा बेटा इस त्रासदी में बच गया क्योंकि उसने संदिग्ध जहरीला खाना नहीं खाया और फिलहाल पुलिस सुरक्षा में है।
सूचना मिलने पर राजगीर के डीएसपी सुनील कुमार, इंस्पेक्टर मनीष भारद्वाज, गिरियक एसएचओ दीपक कुमार और पावापुरी एसएचओ मौके पर पहुँचे और मामले की विस्तृत जाँच शुरू कर दी है।
पुलिस मौत के सही कारण और आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या की संभावना की जाँच कर रही है।
इस घटना ने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है, जिससे आर्थिक तंगी के कारण कमजोर परिवारों पर पड़ने वाले गंभीर प्रभाव का पता चलता है।
जिला प्रशासन ने विम्स पावापुरी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों का एक पैनल गठित किया है। मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।