श्री फतेहगढ़ साहिब/22 जुलाई:
(रविंदर सिंह ढींडसा)
देश भगत यूनिवर्सिटी की एनएसएस यूनिट ने फूड-प्लेनेट-हेल्थ विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया, जिसमें आहार विकल्पों, पर्यावरणीय स्थिरता और सार्वजनिक स्वास्थ्य के बीच गहरे अंतर्संबंधों पर प्रकाश डाला गया।
इस सत्र की मुख्य वक्ता निजा ढिल्लों थीं, जो वेगन आउटरीच की समन्वयक और वडोदरा की एक शिक्षिका हैं तथा सामाजिक और पशु कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए जानी जाती हैं।इस दौरान ढिल्लों ने आहार, स्वास्थ्य, पर्यावरण, पशु कल्याण और ग्लोबल वार्मिंग के बीच महत्वपूर्ण संबंधों पर चर्चा की। उन्होंने मांस और डेयरी उत्पादों के सेवन के हानिकारक प्रभावों पर ज़ोर दिया और शाकाहारी जीवनशैली अपनाने के स्वास्थ्य और पर्यावरणीय लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने लोगों को शाकाहारी बनने में मदद करने के लिए 10 सप्ताह शाकाहारी कार्यक्रम की भी शुरुआत की।इस मौके देश भगत यूनिवर्सिटी में एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक सतीश कुमार ने भी श्रोताओं को संबोधित किया और न केवल एक व्यक्तिगत पसंद के रूप में, बल्कि एक सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में भी शाकाहारी जीवनशैली अपनाने के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, कि एक स्वस्थ ग्रह और आबादी सुनिश्चित करने के लिए जीवनशैली में बदलाव समय की माँग है।
इस वेबीनार में छात्रों, शिक्षकों और एनएसएस स्वयंसेवकों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिन्होंने टिकाऊ जीवन और नैतिक भोजन विकल्पों पर सार्थक चर्चा की।