नई दिल्ली, 24 जुलाई
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शुक्रवार को पीतमपुरा स्थित दिल्ली हाट में पर्यटन विभाग के तीन दिवसीय तीज महोत्सव का उद्घाटन करेंगी।
पर्यटन एवं कला मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि इस महोत्सव का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण, सांस्कृतिक समृद्धि और सामुदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा कि आगंतुकों को दिल्ली के उत्सवी उत्साह को अपने चरम पर देखने का अवसर मिलेगा। रंगों, संगीत और परंपराओं से भरपूर एक सांस्कृतिक संध्या।
मिश्रा ने घोषणा की कि उत्सव को और अधिक ऊर्जावान बनाने के लिए तीज प्रश्नोत्तरी और नारा लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार जीतने का मौका मिलेगा - प्रथम स्थान के लिए 3,000 रुपये, द्वितीय स्थान के लिए 2,000 रुपये और तृतीय स्थान के लिए 1,500 रुपये।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि उन्होंने दिल्ली की सभी महिलाओं को इस जीवंत उत्सव में भाग लेने के लिए हार्दिक निमंत्रण दिया है।
मिश्रा ने बताया कि तीज महोत्सव 2025 की तैयारियों को लेकर दिल्ली सचिवालय में चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक हुई।
बैठक में कई महिला उद्यमियों और सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों ने भाग लिया और इस आयोजन को और अधिक समावेशी, आकर्षक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए अपने रचनात्मक सुझाव साझा किए।
इस अवसर पर, मिश्रा ने कहा कि सरकार तीज महोत्सव को परंपरा, रचनात्मकता और नारीत्व के एक भव्य उत्सव में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि यह उत्सव दिल्ली की महिलाओं की भावना, संस्कृति और शक्ति को श्रद्धांजलि है।
इस आयोजन को सभी के लिए सुलभ और समावेशी बनाने के उद्देश्य से, तीनों दिन उत्सव में प्रवेश पूरी तरह से निःशुल्क रहेगा।
उन्होंने कहा, "यह पहल सांस्कृतिक भागीदारी और सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के दिल्ली सरकार के व्यापक दृष्टिकोण को दर्शाती है।"
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि इस आयोजन में 100 से अधिक स्टॉल होंगे, जिनमें 80 पारंपरिक हस्तशिल्प और हथकरघा को समर्पित होंगे और 25 स्टॉल देश भर के पारंपरिक व्यंजनों की विविध रेंज प्रदर्शित करेंगे।
मेहंदी लगाना, बिंदी सजाना और रंगोली बनाना जैसी पारंपरिक प्रतियोगिताएँ महिलाओं और युवतियों को अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित करने का एक मंच प्रदान करेंगी।
एक समर्पित बच्चों का क्षेत्र भी स्थापित किया जाएगा, जिसमें कहानी सुनाने के सत्र, जादू के शो और शैक्षिक एवं मनोरंजक गतिविधियाँ शामिल होंगी, ताकि परिवार का हर सदस्य उत्सव का आनंद ले सके।
मिश्रा ने कहा, "दिल्ली अब केवल एक प्रशासनिक राजधानी नहीं रही - बल्कि यह एक सांस्कृतिक और पारिवारिक पर्यटन स्थल के रूप में भी उभर रही है। हमें तीज जैसे पारंपरिक त्योहारों को एक नए स्वरूप में प्रस्तुत करने पर गर्व है, जिसमें आधुनिक तकनीक और जनभागीदारी का समावेश है।"