नई दिल्ली, 6 अगस्त
असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में कई नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए खतरा पैदा हो गया है। पर्वतीय राज्यों में मूसलाधार बारिश के कारण नदियाँ और भी उफान पर हैं।
उत्तराखंड में, अलकनंदा, मंदाकिनी और भागीरथी जैसी नदियाँ रुद्रप्रयाग, टिहरी और हरिद्वार जिलों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
रुद्रप्रयाग में, मंदाकिनी ठीक 1976.8 मीटर के खतरे के निशान पर है, जबकि अलकनंदा खतरे के निशान से 0.6 मीटर ऊपर है।
आईएमडी के पूर्वानुमान में यह भी कहा गया है कि उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, उधम सिंह नगर, देहरादून, नैनीताल, चंपावत और पौड़ी गढ़वाल सहित कई जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। इससे क्षेत्रीय नदियों और नालों में और भी उफान आ जाएगा।
हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश का कहर जारी है, जिससे भूस्खलन और अचानक बाढ़ आ रही है।
केंद्रीय जल आयोग के बाढ़ पूर्वानुमान निगरानी निदेशालय के बुधवार सुबह 6 बजे के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, गंगा नदी और उसकी सहायक नदियाँ कई स्थानों पर, खासकर बिहार और उत्तर प्रदेश में, उफान पर हैं, जहाँ बाढ़ के पानी ने राज्य के बड़े हिस्से को जलमग्न कर दिया है। बाढ़ निगरानी एजेंसी ने प्रभावित नदियों और क्षेत्रों के लिए 'ऑरेंज बुलेटिन' जारी किया है।