चंडीगढ़, 13 अगस्त
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान केवल एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन है, जिसमें युवाओं, महिलाओं, बच्चों, शैक्षणिक संस्थानों, स्वयंसेवी संगठनों, संतों और सामाजिक संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।
नशा मुक्त भारत अभियान की पाँचवीं वर्षगांठ पर पंचकूला में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "एक बार युवा नशे की गिरफ्त से मुक्त हो जाएँ, तो भारत को एक विकसित राष्ट्र बनने से कोई नहीं रोक सकता।"
सैनी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि राष्ट्रीय प्रगति को बनाए रखने और गति देने के लिए, युवाओं को नशे से दूर रखना और उन्हें उत्पादक कार्यों में लगाना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि पिछले पाँच वर्षों में इस अभियान ने जागरूकता फैलाई है और समाज को नशे से मुक्ति पाने के लिए प्रेरित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सख्त कानून बनाती है और अपराधियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित करती है।
प्रवर्तन को मज़बूत करने के लिए, हरियाणा ने पंचकूला में सात अन्य राज्यों के साथ एक अंतर-राज्यीय सचिवालय स्थापित किया है ताकि ख़ुफ़िया जानकारी साझा की जा सके और नशा-विरोधी प्रयासों में समन्वय स्थापित किया जा सके।
हालांकि, उन्होंने कहा कि समाज से नशे का उन्मूलन केवल कानून के ज़रिए नहीं किया जा सकता। सैनी ने कहा कि जन जागरूकता, सामाजिक भागीदारी और विशेष रूप से युवाओं की भागीदारी ज़रूरी है।