मुंबई, 15 अगस्त
प्रतिष्ठित फिल्म 'शोले' में रहीम चाचा के बेटे की भूमिका निभाने वाले निर्माता-अभिनेता-निर्देशक सचिन पिलगांवकर ने फिल्म के एक अहम सीन के बारे में बात की है, जिसे निर्देशक रमेश सिप्पी ने लॉक एडिट में हटा दिया था।
सचिन ने हाल ही में 'शोले' के 50 साल पूरे होने का जश्न मनाते हुए बात की और कहा कि हालाँकि निर्देशक रमेश सिप्पी ने उस हिस्से को हटा दिया था, लेकिन ऐसा करने के कई कारण थे।
उन्होंने बताया, "मुझे मारने वाला सीन, जो गब्बर के अड्डे पर फ़िल्माया गया था, वो सीन रिलीज़ से पहले ही कट गया था। और वो रमेशजी ने ही कट किया था। इसकी तीन वजहें थीं। पहली वजह ये थी कि फ़िल्म की लंबाई नियंत्रित रखनी थी। दूसरी बात ये कि उन्होंने बहुत अच्छा कट किया था। वो चींटी, वो काली वाली, जिसे हम मराठी में मूंगड़ा कहते हैं, वो गब्बर के हाथ पर चल रही है। और वो कहता है, 'रामगढ़ का बेटा आ गया'। और वो चींटी को ऐसे मारता है। कट-टू-डेड में फ़िल्म में मेरे किरदार की लाश गाँव में आती है। वो एक प्रतीकात्मक कट था। तो वो दूसरी वजह थी।"