नई दिल्ली, 16 अगस्त
उधार लागत कम करने के उद्देश्य से आरबीआई द्वारा रेपो दर को घटाकर 5.5 प्रतिशत कर दिए जाने के बावजूद, भारत के सबसे बड़े बंधक ऋणदाता, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने नए उधारकर्ताओं के लिए होम लोन की दरों में 25 आधार अंकों की वृद्धि की है।
बैंक ने ब्याज दरों की ऊपरी सीमा में 25 आधार अंकों की वृद्धि की है। एसबीआई की होम लोन की ब्याज दरें पहले के 7.50 प्रतिशत-8.45 प्रतिशत के बैंड से बढ़कर 7.50 प्रतिशत-8.70 प्रतिशत के नए बैंड में आ गई हैं। नई दरें विशेष रूप से कम क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को प्रभावित करेंगी, क्योंकि अधिकतम ब्याज दर सीमा बढ़ा दी गई है।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया जैसे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक उधारकर्ता की क्रेडिट प्रोफ़ाइल के आधार पर 7.35 प्रतिशत से शुरू होकर 10.10 प्रतिशत या उससे अधिक तक के ऋण प्रदान करते हैं।
अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भी एसबीआई के नक्शेकदम पर चल सकते हैं। जनता को राहत देने के लिए रेपो रेट में लगातार तीन बार कटौती की गई थी। आरबीआई द्वारा रेपो रेट में कटौती से होम लोन सहित अन्य ऋणों पर ब्याज दरें कम हो जाती हैं, जिसका अप्रत्यक्ष रूप से जनता को लाभ होता है।