कपूरथला (पंजाब), 22 अगस्त
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शुक्रवार को बाढ़ से हुए हर नुकसान के लिए लोगों को पर्याप्त मुआवज़ा देने की घोषणा की, साथ ही भविष्य में ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान को रोकने के उपाय भी तलाशे।
कपूरथला ज़िले के बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे के दौरान लोगों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पड़ोसी पहाड़ी राज्य में लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य में यह स्थिति पैदा हुई है।
हालांकि, मुख्यमंत्री मान ने कहा कि उनकी सरकार इस गंभीर संकट की घड़ी में लोगों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि मानव जीवन सबसे महत्वपूर्ण है और इसकी सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए बाध्य है कि लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को राहत पहुँचाने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्थिति पर नियमित रूप से नज़र रख रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार लोगों को राहत पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों से ऐसे उपाय खोजने को कहा जिससे ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले जनहानि को रोका जा सके या कम से कम किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े, यह सुनिश्चित करने के लिए बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान पहले से ही चल रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में बाढ़ के कारण हुए नुकसान का पता लगाने के लिए पहले ही एक विशेष 'गिरदावरी' (निरीक्षण) के आदेश दे दिए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि विशेष 'गिरदावरी' निष्पक्ष तरीके से की जाए ताकि लोगों को उनके नुकसान का उचित मुआवज़ा मिल सके।
मुख्यमंत्री मान ने मक्खू से हरिके पतन तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया।