जयपुर, 28 अगस्त
राजस्थान में इस साल असाधारण रूप से भारी मानसून रहा है, जहाँ अब तक 528.60 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य औसत से 53.33 प्रतिशत अधिक है।
स्थिति को देखते हुए, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि अब तक राज्य भर में 792 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और नागरिक सुरक्षा की टीमों ने अब तक भारी बारिश के कारण फंसे लोगों को सुरक्षित बचाया है। एसडीआरएफ की कुल 57 टीमें और एनडीआरएफ की सात टीमें प्रभावित क्षेत्रों में लगातार सक्रिय हैं और चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को हवाई मार्ग से निकालने के लिए भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं।
नागरिक सुरक्षा टीमें ज़मीनी स्तर पर अतिरिक्त सहायता प्रदान कर रही हैं। एसडीआरएफ के मानदंडों के अनुसार, डूबने, बिजली गिरने या अन्य वर्षाजनित कारणों से मृत्यु होने पर, मृतक के आश्रितों को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
विस्थापित परिवारों को अस्थायी आश्रय प्रदान करने के लिए राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जबकि क्षतिग्रस्त घरों और सार्वजनिक भवनों का सर्वेक्षण किया जा रहा है। इस मानसून सत्र (26 अगस्त तक) में राज्य में 528.60 मिमी वर्षा हुई है, जो सामान्य औसत 344.74 मिमी से 53.33 प्रतिशत अधिक है।