नई दिल्ली, 14 अक्टूबर
मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि डिजिटल गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) ने वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में कुल 43,019 करोड़ रुपये के 3 करोड़ व्यक्तिगत ऋण स्वीकृत किए, जो व्यक्तिगत ऋणों की कुल मात्रा का 80 प्रतिशत है।
इसके अलावा, फिनटेक क्षेत्र में एक स्व-नियामक संगठन, फिनटेक एसोसिएशन फॉर कंज्यूमर एम्पावरमेंट (FACE) द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, डिजिटल एनबीएफसी द्वारा स्वीकृत व्यक्तिगत ऋणों का स्वीकृत मूल्य में 20 प्रतिशत का योगदान रहा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि उनका 1.2 लाख करोड़ रुपये (जून 2025) का बढ़ता पोर्टफोलियो बेहतर ऋण गुणवत्ता के आधार पर विकास को दर्शाता है।
क्रेडिट ब्यूरो क्रिफ हाई मार्क के आंकड़ों पर आधारित इस रिपोर्ट ने संकेत दिया है कि डिजिटल एनबीएफसी अब भारत के व्यक्तिगत ऋण बाजार के केंद्र में हैं, जो औपचारिक ऋण के विस्तार और समावेशन को गहरा करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
यह रुझान भारत के ऋण देने वाले पारिस्थितिकी तंत्र में स्थायी, उच्च-गुणवत्ता वाले विकास की ओर बदलाव का संकेत देता है। जून तक, 5.69 करोड़ खातों में बकाया डिजिटल व्यक्तिगत ऋण 1.20 लाख करोड़ रुपये थे, और पोर्टफोलियो पर दबाव 2.5 प्रतिशत पर बना हुआ था, जो 90 दिनों से अधिक समय से पुनर्भुगतान के लिए बकाया था।