नई दिल्ली, 14 अक्टूबर
एक नए अध्ययन से पता चला है कि नए एंटीबायोटिक EVG7 ने खतरनाक आंत के जीवाणु सी. डिफिसाइल से लड़ने की क्षमता प्रदर्शित की है, वह भी बहुत कम खुराक में।
सी. डिफिसाइल एक स्थायी आंत का जीवाणु है जो गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है, खासकर वृद्ध लोगों और कमजोर स्वास्थ्य वाले लोगों में।
यह जीवाणु एक विष उत्पन्न करता है जिससे गंभीर दस्त होते हैं। वर्तमान उपचार हमेशा प्रभावी नहीं होते, क्योंकि संक्रमण अक्सर वापस आ जाता है।
विश्वविद्यालय की शोधकर्ता और प्रमुख लेखिका एल्मा मॉन्स ने कहा, "मौजूदा एंटीबायोटिक दवाओं के साथ, सी. डिफिसाइल कभी-कभी उपचार के कुछ ही हफ्तों बाद फिर से प्रकट हो जाता है।"
मॉन्स ने कहा, "ऐसा आंशिक रूप से इसलिए होता है क्योंकि जीवाणु बीजाणु छोड़ देता है, जो नए जीवाणुओं में विकसित हो सकते हैं, जिससे संक्रमण वापस आ सकता है।"