रायपुर, 15 अक्टूबर
छत्तीसगढ़ के सुकमा ज़िले में बुधवार को 27 सक्रिय माओवादियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया, जो वामपंथी उग्रवाद पर अंकुश लगाने के राज्य के प्रयासों में एक बड़ा कदम है।
हथियार डालने वालों में प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) की एक खूंखार शाखा, पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन-01 के दो कट्टर कार्यकर्ता शामिल थे।
दोनों व्यक्ति वर्षों से सुरक्षा एजेंसियों की नज़र में थे और उन पर भारी इनाम घोषित था, जो उनकी वरिष्ठता और बस्तर क्षेत्र में हिंसक गतिविधियों में उनकी संलिप्तता को दर्शाता है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले समूह पर कुल इनाम राशि 50 लाख रुपये है। इनमें 10 लाख रुपये के इनामी एक माओवादी, 8-8 लाख रुपये के इनामी तीन अन्य, 9 लाख रुपये के इनामी एक माओवादी, 2-2 लाख रुपये के इनामी दो माओवादी और 1-1 लाख रुपये के इनामी नौ माओवादी शामिल हैं। आत्मसमर्पण करने वालों में 10 महिलाएँ और 17 पुरुष माओवादी शामिल हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ नवसंकल्प समर्पण नीति और नीयत नेला नार योजना का असर अंदरूनी इलाकों में साफ़ दिखाई दे रहा है।