नई दिल्ली, 8 अप्रैल
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को हरियाणा और उत्तर प्रदेश में बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकवादी सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार से जुड़े कई ठिकानों की तलाशी ली।
एनआईए की टीमों ने दिसंबर 2024 में गुरुग्राम के सेक्टर 29 में वेयरहाउस क्लब और ह्यूमन क्लब पर ग्रेनेड हमलों से संबंधित मामले में गोल्डी बरार और अमेरिका स्थित गैंगस्टर रणदीप मलिक से जुड़े संदिग्धों और आरोपियों के ठिकानों पर व्यापक तलाशी ली।
एनआईए ने एक बयान में कहा कि दोनों राज्यों के विभिन्न जिलों में आठ स्थानों पर की गई तलाशी के दौरान कई इलेक्ट्रॉनिक और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई।
बम विस्फोट की घटना के पीछे की पूरी साजिश के सुराग के लिए एनआईए द्वारा सामग्रियों की जांच की जा रही है, जिसमें हमले में शामिल आरोपियों से हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री जब्त की गई थी।
ग्रेनेड हमले के तुरंत बाद गैंगस्टर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इसकी जिम्मेदारी ली थी।
इसके बाद, एनआईए द्वारा की गई जांच में मलिक और नामित आतंकवादी गोल्डी बरार का पर्दाफाश हुआ, जिसने पहले क्लब मालिकों को धमकाया था और उनसे पैसे ऐंठने का प्रयास किया था। 2 जनवरी को दर्ज मामले की जांच जारी है। गोल्डी बरार गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में आरोपी है। पंजाब के मुक्तसर साहिब का मूल निवासी बरार 2017 में छात्र वीजा पर कनाडा गया था। वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य है। गोल्डी बरार को कनाडा के 25 सबसे वांछित भगोड़ों में सूचीबद्ध किया गया है। रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस द्वारा हत्या के लिए वांछित, गोल्डी बरार का नाम 'बोलो (देखो) कार्यक्रम' में शामिल था। 2023 में टोरंटो के योंग-डंडास स्क्वायर में सभी 25 भगोड़ों के बीच उसका आदमकद कटआउट प्रदर्शित किया गया।