चेन्नई, 27 मई
नीलगिरी से लोकसभा सांसद ए. राजा के अनुसार, लगातार तीसरे दिन नीलगिरी में लगातार हो रही बारिश के कारण 17 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 275 निवासियों को अस्थायी राहत आश्रयों में पहुंचाया गया है।
राजा ने सूचना एवं प्रचार मंत्री एम.पी. समीनाथन और कुन्नूर विधायक तथा मुख्य सरकारी सचेतक के. रामचंद्रन के साथ मंगलवार को इथालर और बेम्बट्टी में भूस्खलन संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
टीम ने बारिश से विस्थापित लोगों के लिए बनाए गए अस्थायी आश्रयों का भी दौरा किया और प्रभावित परिवारों को कंबल और अन्य आवश्यक राहत सामग्री वितरित की।
मीडिया से बात करते हुए राजा ने आश्वासन दिया कि सभी सरकारी विभाग निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और आगे होने वाले नुकसान को कम करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "नीलगिरी में पानी और बिजली की आपूर्ति बहाल करने के प्रयास जारी हैं और प्रशासन तत्काल राहत और बुनियादी ढांचे की बहाली को प्राथमिकता दे रहा है।"
नीलगिरी में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) को तैनात किया गया है।
इसके अलावा, मेट्टुपलायम और तिरुप्पुर में नौ और टीमें तैनात की गई हैं और स्थिति बिगड़ने की स्थिति में सहायता के लिए स्टैंडबाय पर हैं।
नीलगिरी जिले में मंगलवार तक औसतन 55 मिमी बारिश हुई है, और इस क्षेत्र में भारी बारिश जारी है। लगातार बारिश ने भूस्खलन के जोखिम को बढ़ा दिया है, खासकर संवेदनशील पहाड़ी इलाकों में, जिससे जिला अधिकारियों को अलर्ट स्तर बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
सुरक्षा चिंताओं के जवाब में, वन विभाग ने बुधवार को कई लोकप्रिय पर्यटन स्थलों को बंद रखने की घोषणा की है।
प्रभावित स्थलों में लैम्ब्स रॉक, डॉल्फिन्स नोज़, डोडाबेट्टा पीक, कैथरीन फॉल्स, पाइन फ़ॉरेस्ट, आठ मील, नौवां मील शूटिंग स्पॉट, पाइकारा बोट हाउस, केयर्न हिल और एवलांच शामिल हैं।
स्थानीय अधिकारियों ने संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने और मिट्टी की अस्थिरता या संरचनात्मक क्षति के किसी भी संकेत की तुरंत अधिकारियों को रिपोर्ट करने का आग्रह किया है।
जिला प्रशासन ने पर्यटकों को मौसम के स्थिर होने और हिल स्टेशन को सुरक्षित घोषित किए जाने तक यात्रा स्थगित करने की सलाह दी है।
मानसून की गतिविधि जारी रहने की उम्मीद के साथ, आपातकालीन सेवाएँ हाई अलर्ट पर हैं, और आने वाले दिनों में राहत अभियान जारी रहने की उम्मीद है।