नई दिल्ली, 2 जून
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ने मई महीने में 18.68 बिलियन लेनदेन संसाधित करके मजबूत सुधार दर्ज किया है, जो अप्रैल में 17.89 बिलियन था। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के आंकड़ों के अनुसार, यूपीआई लेनदेन में पिछले साल इसी महीने के 14.03 बिलियन लेनदेन की तुलना में साल-दर-साल (YoY) 33 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
पिछले महीने यूपीआई लेनदेन बढ़कर 25.14 लाख करोड़ रुपये (मूल्य के हिसाब से) हो गया, जो अप्रैल में 23.95 लाख करोड़ रुपये से 5 प्रतिशत अधिक है। यह पिछले साल मई में 20.45 लाख करोड़ रुपये से 23 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
औसत दैनिक लेनदेन की मात्रा 602 मिलियन रही, जबकि औसत दैनिक लेनदेन मूल्य 81,106 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यूपीआई ने भारत की डिजिटल भुगतान प्रणाली में अपना प्रभुत्व मजबूत किया है और कुल लेनदेन मात्रा में इसकी हिस्सेदारी 2024-25 में बढ़कर 83.7 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले वित्त वर्ष में 79.7 प्रतिशत थी।
आरबीआई की वार्षिक रिपोर्ट से पता चलता है कि यूपीआई ने 2024-25 के दौरान 185.8 बिलियन लेनदेन की सुविधा प्रदान की, जो साल-दर-साल 41 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। मूल्य के संदर्भ में, यूपीआई लेनदेन वित्त वर्ष 2024 में 200 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 261 लाख करोड़ रुपये हो गया।