श्री फतेहगढ़ साहिब/2 जून:
(रविंदर सिंह ढींडसा)
पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने आज पटियाला-सरहिंद रोड पर स्थित एक निजी फर्म के पराली डंप साइट का दौरा किया और निर्देश दिए कि जनहित को देखते हुए इस डंप साइट और इसके पास बनी रिहायशी कॉलोनी और दुकानों के बीच करीब 50 मीटर के क्षेत्र में ग्रीन बेल्ट विकसित की जाए। डॉ. बलबीर सिंह ने पिछले कुछ दिनों में खेतों में आग लगने से हुई विभिन्न घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि आग से जान-माल का नुकसान होता है, इसलिए इस पराली डंप साइट के आसपास रहने वाले लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तुरंत उचित एहतियाती कदम उठाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आग जैसी घटनाओं से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर ऐसे प्रबंध जरूरी हैं। कैबिनेट मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि वह अक्सर इस सड़क से गुजरते हैं और उनके ध्यान में आया कि इस पराली डंप साइट से कुछ दूरी पर जहां बिजली की तारें गुजर रही हैं, वहां शराब का ठेका भी है। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले फतेहगढ़ साहिब हलके के विधायक एडवोकेट लखबीर सिंह राय के साथ उन्होंने इस डंप साइट का दौरा किया और विभिन्न पहलुओं से जांच की गई। उन्होंने कहा कि आज प्रशासनिक अधिकारियों व डंपिंग फर्म के मालिकों को पराली डंप साइट पर बुलाकर निर्देश दिए गए हैं कि डंप साइट व रिहायशी क्षेत्र के बीच करीब 50 मीटर के क्षेत्र में ग्रीन बेल्ट विकसित की जानी चाहिए तथा इस उद्देश्य से ऐसे सदाबहार पेड़ लगाए जाएं जो तेजी से बढ़ते हों। उन्होंने कहा कि पेड़ों के लगे होने के कारण आग जैसी घटनाओं के मामले में आग पर जल्द काबू पाया जा सकता है। कैबिनेट मंत्री ने डंप फर्म मालिकों को यह भी निर्देश दिए कि घरों व दुकानों के नजदीक बनी साइट पर रखे पराली के गट्ठों को सबसे पहले हटाया जाए ताकि जगह खाली हो सके तथा उस तरफ दोबारा भंडारण न किया जाए। कैबिनेट मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि वे अक्सर अपने दौरे के दौरान किसानों से अपील करते हैं कि वे अपनी फसल के बीच में सरसों का एक क्यारा बीज ले ताकि फसल कटने के बाद जगह खाली हो सके तथा अगर दुर्भाग्यवश किसी के खेत में आग लग जाए तो फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को उस पर काबू पाने का रास्ता मिल सके। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले गांव दंदराला खरोड़ में पराली के ढेरों में आग लग गई थी और रास्ता न होने के कारण फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को आग पर काबू पाने में काफी समय लग गया था। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पराली डंप करने वाली फर्म ने किसानों को बड़ी सुविधा देते हुए पराली को स्टोर करने का प्रबंध किया है, ताकि पराली को जलने से बचाया जा सके, जिससे बायो सीएनजी तैयार की जाती है। उन्होंने बताया कि डंप साइट पर एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के आने-जाने के लिए रास्ता बनाया गया है और पानी का भी प्रबंध किया गया है, लेकिन अभी भी अधिक एहतियात बरतने की जरूरत है, क्योंकि पास में जखवाली बस अड्डा , रिहायशी मकान और दुकानें बनी हुई हैं। इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) सुरिंदर सिंह धालीवाल ने भरोसा दिलाया कि ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ग्रीन बेल्ट तैयार करने के लिए हर जरूरी कदम उठाएं। इस अवसर पर बीडीपीओ दीपशिखा और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।