मुंबई, 5 जून
कई महीनों की सुस्ती के बाद, भारत में आईपीओ बाजार में पुनरुद्धार की संभावना है और आने वाले महीनों में करीब 1.4 लाख करोड़ रुपये के सार्वजनिक निर्गम आ सकते हैं।
प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 1.4 लाख करोड़ रुपये के 72 कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को मंजूरी दे दी है।
इसके अलावा, करीब 68 अन्य कंपनियां सार्वजनिक निर्गमों के जरिए करीब 95,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए सेबी की मंजूरी का इंतजार कर रही हैं।
अगर दोनों आंकड़ों को मिला दिया जाए, तो कुल 140 कंपनियां सार्वजनिक बाजार से 2.35 लाख करोड़ रुपये तक जुटा सकती हैं।
पिछले कुछ महीनों में बाजार में उतार-चढ़ाव और कुछ बड़े सार्वजनिक निर्गमों की निराशाजनक लिस्टिंग के कारण आईपीओ बाजार में मंदी देखी गई है।
उदाहरण के लिए, ईवी प्लेयर एथर एनर्जी की लिस्टिंग में केवल 2.18 प्रतिशत की बढ़त देखी गई, जबकि एजिस वोपैक और श्लॉस बैंगलोर (लीला ब्रांड) दोनों की लिस्टिंग में 6 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं, स्कोडा ट्यूब्स की लिस्टिंग सपाट रही।
सेबी की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, इस साल के पहले पांच महीनों (जनवरी-मई) में करीब 90 कंपनियों ने पब्लिक इश्यू के लिए नियामक को ड्राफ्ट पेपर जमा किए हैं।