चतरा (झारखंड), 10 जून
अधिकारियों ने बताया कि झारखंड पुलिस ने चतरा जिले के एक जंगल से एक वरिष्ठ माओवादी नेता को गिरफ्तार किया है और गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा बरामद किया है।
प्रतिबंधित माओवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति समिति (टीएसपीसी) के शीर्ष कमांडर अर्जुन गंझू को लावालौंग थाना क्षेत्र के टिकदा गांव में छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया।
उसकी गतिविधि के बारे में मिली सूचना के आधार पर सिमरिया एसडीपीओ शुभम खंडेलवाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने अभियान चलाया और उग्रवादी को गिरफ्तार कर लिया।
चतरा के पुलिस अधीक्षक सुमित अग्रवाल ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि गिरफ्तारी के समय गंझू के पास से एक देसी पिस्तौल बरामद की गई।
पूछताछ के बाद उसने पास के जंगल में छिपे हथियारों के जखीरे का पता बताया। तलाशी में एक बॉक्स में जमीन के अंदर छिपाकर रखे गए 723 जिंदा कारतूस बरामद हुए।
इस जखीरे में इंसास राइफल के 477 राउंड और .303 राइफल के 246 राउंड कारतूस शामिल हैं, जो संभावित हमलों या क्षेत्र में अन्य कैडरों को आपूर्ति की तैयारी का संकेत देते हैं।
एसपी अग्रवाल ने कहा कि इस बरामदगी ने क्षेत्र में टीएसपीसी की परिचालन क्षमताओं को झटका दिया है।
गंझू बार-बार अपराधी रहा है और माओवादी गतिविधियों में शामिल होने के कारण पहले भी जेल जा चुका है।
एक अलग अभियान में लोहरदगा पुलिस ने एक अन्य फरार माओवादी लालिंद महतो उर्फ राजकुमार यादव को गिरफ्तार किया, जो कई वर्षों से पुलिस की पकड़ से बाहर था।
किस्को थाना क्षेत्र के सेमरडीह गांव का निवासी लालिंद के खिलाफ लोहरदगा, लातेहार और झारखंड के अन्य जिलों में कई मामले दर्ज हैं।
लोहरदगा एसपी सादिक अनवर रिजवी ने कहा कि लालिंद सीपीआई (माओवादी) के जोनल कमांडर रवींद्र गंझू के दस्ते से जुड़ा था, जिस पर 15 लाख रुपये का इनाम है।
पुलिस का मानना है कि लालिंद की गिरफ्तारी से क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों और रसद के बारे में महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी मिल सकती है।
अदालत में पेशी के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी की जा रही है।