नई दिल्ली, 10 जून
सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने मंगलवार को घोषणा की कि उसे अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क निदेशालय से प्राधिकृत आर्थिक ऑपरेटर (एईओ), टियर II के लिए मान्यता मिल गई है।
विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त यह मान्यता संगठन की अनुपालन, अखंडता और आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है और व्यापार सुविधा में मदद करती है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) द्वारा जारी एईओ प्रमाणन व्यवसायों को विशिष्ट लाभ प्रदान करता है, जिसमें त्वरित सीमा शुल्क निकासी और कम निरीक्षण आवश्यकताएं शामिल हैं।
एईओ कार्यक्रम का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में सुरक्षित और कुशल व्यापारिक वातावरण को बढ़ावा देना है। यह एक व्यापार सुविधा कदम है, जिसमें उन संस्थाओं को लाभ दिया जाता है जिन्होंने मजबूत आंतरिक नियंत्रण प्रणाली और सीबीआईसी द्वारा प्रशासित कानूनों का अनुपालन करने की इच्छा प्रदर्शित की है।
यह प्रमाण पत्र कार्यकारी निदेशक (लॉजिस्टिक्स एवं इंफ्रास्ट्रक्चर) को 9 जून को प्रधान आयुक्त, अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क निदेशालय, नई दिल्ली से प्राप्त हुआ। सेल के बयान में कहा गया है कि यह प्रमाणन सेल को बेहतर आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षा, अंतर्राष्ट्रीय मान्यता और ज्ञान साझा करने और नेटवर्किंग के अवसरों तक पहुँच जैसे लाभों के साथ-साथ प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त प्रदान करेगा।
एक अधिकृत आर्थिक ऑपरेटर (AEO) एक स्वैच्छिक अनुपालन कार्यक्रम है जो व्यवसायों को सुरक्षित और विश्वसनीय व्यापार भागीदारों के रूप में मान्यता देता है। इसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षा को बढ़ाना और वैध व्यापार को सुविधाजनक बनाना है।
सेल ने वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही के लिए अपने शुद्ध लाभ में 11 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 1,126 करोड़ रुपये की तुलना में 1,251 करोड़ रुपये थी।
महारत्न सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम का मुख्य परिचालन से राजस्व वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 4.8 प्रतिशत बढ़कर 29,316 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 27,958 करोड़ रुपये था।
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया के निदेशक मंडल ने 2024-25 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष के लिए 10 रुपये अंकित मूल्य के प्रत्येक शेयर के लिए 1.6 रुपये प्रति शेयर का अंतिम लाभांश जारी करने की घोषणा की है।
इसका मतलब है कि प्रत्येक पात्र शेयरधारक को राज्य के स्वामित्व वाली स्टील दिग्गज कंपनी में उनके प्रत्येक शेयर के लिए 1.6 रुपये प्रति शेयर का अंतिम लाभांश प्राप्त होगा।