नई दिल्ली, 7 जुलाई
सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा गया कि भारत का सेवा क्षेत्र 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में देश की यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
एक्सिस म्यूचुअल फंड की ‘सेवा क्षेत्र रिपोर्ट’ के अनुसार, दशकों से यह क्षेत्र न केवल भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में बड़े पैमाने पर योगदान दे रहा है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था के लिए प्रमुख प्रेरक शक्ति भी बन गया है, जो 1990 के दशक में जीडीपी में 40 प्रतिशत योगदान से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 में सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) में 55 प्रतिशत योगदान दे रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है, “1990 के दशक की शुरुआत में भारत के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 40 प्रतिशत योगदान देने से लेकर वित्त वर्ष 2014 में भारत के सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) में 50.6 प्रतिशत योगदान देने तक सेवा क्षेत्र का दबदबा और बढ़ गया है।” सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवाओं, वित्त और बैंकिंग, स्वास्थ्य सेवा, दूरसंचार और ई-कॉमर्स सहित सेवा क्षेत्रों के सभी क्षेत्रों ने पिछले दो दशकों में जबरदस्त वृद्धि दिखाई है।
आईटी सेवाएँ 2000 में $8 बिलियन से बढ़कर वित्त वर्ष 24 में $245 बिलियन हो गईं, और वित्त वर्ष 26 तक इसके और बढ़कर $300 बिलियन हो जाने की उम्मीद है।
डिजिटल क्रांति ने बैंकिंग वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र में एक जादुई बदलाव किया, जिसमें म्यूचुअल फंड एयूएम पिछले एक दशक में 20 प्रतिशत से अधिक सीएजीआर से बढ़कर मई 2025 तक 72.19 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच गया, एक्सिस म्यूचुअल फंड की रिपोर्ट में कहा गया है।