लखनऊ, 26 जुलाई
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उस टिप्पणी पर निशाना साधा जिसमें उन्होंने स्वीकार किया था कि कांग्रेस ने पिछड़े वर्गों के लिए पर्याप्त काम नहीं किया।
राहुल गांधी ने पिछड़े समाज से माफ़ी मांगते हुए कहा कि वह और उनकी पार्टी पिछड़े वर्गों के लिए उतना काम नहीं कर पाए जितना उन्हें करना चाहिए था, और इसे एक भूल बताया।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मायावती ने कहा, "राहुल गांधी ने स्वीकार किया है कि कांग्रेस पिछड़े वर्गों के अधिकारों को सुनिश्चित करने की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। यह कोई नई बात नहीं है - यह स्वार्थी राजनीति लगती है, दिल में कुछ और जुबान पर कुछ और।"
एक्स पर एक पोस्ट में, मायावती ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कभी भी ओबीसी समुदाय की राजनीतिक और आर्थिक आकांक्षाओं या आरक्षण सहित संवैधानिक अधिकारों के प्रति ईमानदार नहीं रही है।
उन्होंने आगे कहा कि यह रवैया नया नहीं है और दलितों व आदिवासियों के प्रति कांग्रेस पार्टी के "दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण" रवैये जैसा ही है, जिसने इन समुदायों को आत्मसम्मान और अपने पैरों पर खड़े होने की चाहत में अपना अलग राजनीतिक संगठन - बसपा - बनाने पर मजबूर किया।
उन्होंने कहा, "नतीजतन, कांग्रेस अब उत्तर प्रदेश समेत कई बड़े राज्यों में सत्ता से बाहर है। सत्ता गंवाने के बाद उन्हें इन वर्गों की याद आने लगी है, जो मगरमच्छ के आंसू जैसा लगता है।" उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए का भी ऐसा ही दोहरा रवैया है।