नई दिल्ली, 4 अक्टूबर
एक अध्ययन के अनुसार, चिकनगुनिया के प्रकोप - एक मच्छर जनित बीमारी - का आकार और गंभीरता अप्रत्याशित है।
जैविक विज्ञान विभाग में संक्रामक रोग महामारी विज्ञान के प्रोफेसर एलेक्स पर्किन्स ने कहा, "चिकनगुनिया के प्रकोप आकार और गंभीरता दोनों में अप्रत्याशित हैं।"
संक्रमित मच्छरों - एडीज़ एजिप्टी या एडीज़ एल्बोपिक्टस मुख्य वाहक हैं - के काटने से फैलने वाले चिकनगुनिया के प्रकोप में बदलाव और अन्य मच्छर जनित बीमारियों को अक्सर जलवायु परिवर्तन के संबंध में देखा जाता है, क्योंकि गर्म और अधिक आर्द्र परिस्थितियाँ मच्छरों की सक्रियता को बढ़ावा दे सकती हैं।
लेकिन पर्किन्स ने कहा कि अध्ययन से पता चला है कि चिकनगुनिया जैसे वायरस से होने वाली बीमारी के प्रकोप की गंभीरता का अनुमान लगाने में जलवायु आवश्यक रूप से सबसे महत्वपूर्ण कारक नहीं है।