नई दिल्ली, 10 मई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ आतंकवाद विरोधी 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा जारी रखी, जबकि पाकिस्तान द्वारा तनाव कम करने के कोई संकेत नहीं मिले हैं।
चर्चा आतंकवाद विरोधी अभियान में मिली सफलता के आकलन और पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले को विफल करने की तैयारी के इर्द-गिर्द केंद्रित रही, जिसके बारे में बताया जा रहा है कि उसने अग्रिम क्षेत्रों में सैनिकों को तैनात किया है, जो स्थिति को और बढ़ाने के लिए आक्रामक इरादे का संकेत है।
माना जा रहा है कि भविष्य की रणनीति पर चर्चा करने के अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) और सीमा पर पाकिस्तान द्वारा लगातार किए जा रहे संघर्ष विराम उल्लंघन पर भी चर्चा की।
इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के प्रमुखों ने भी अब तक 'ऑपरेशन सिंदूर' में मारे गए आतंकवादियों के बारे में जानकारी साझा की - जिनमें 1999 में आईसी-814 विमान के अपहरण से कंधार में वांछित आतंकवादी भी शामिल हैं।
चल रहे ऑपरेशन पर पीएम मोदी की ताजा चर्चा उस दिन हुई जब अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने विदेश मंत्री (ईएएम) एस. जयशंकर से बात की, जिसमें भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव कम करने का आह्वान किया गया और आगे तनाव को रोकने के लिए रचनात्मक वार्ता आयोजित करने में अमेरिकी समर्थन की पेशकश की।
रुबियो ने पाकिस्तानी उप प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार से भी बात की और यही संदेश दिया।