मुंबई, 6 मई
यूपीआई क्यूआर कोड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में डिजिटल भुगतान बुनियादी ढांचे में सबसे तेज वृद्धि दर्ज की है, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 91.5 प्रतिशत बढ़कर 657.9 मिलियन हो गई है, आरबीआई के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार।
यूपीआई क्यूआर कोड में वृद्धि के साथ-साथ क्रेडिट कार्ड लेनदेन की वृद्धि दर में भी साल-दर-साल 7.94 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि डेबिट कार्ड में मात्र 2.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जो 991 मिलियन है।
Google Pay, Paytm और PhonePe जैसे प्लेटफ़ॉर्म द्वारा बढ़ती तैनाती के साथ यूपीआई क्यूआर कोड की संख्या में वृद्धि तेज हो रही है।
यूपीआई पर लाइव होने वाले बैंकों की संख्या में वृद्धि जारी है, और अप्रैल में कुल 668 तक पहुंच गई, जिससे बैंक अधिकारियों के अनुसार ऐसे लेनदेन के मूल्य में वृद्धि होने की उम्मीद है।
मार्च में यूपीआई लेनदेन में रिकॉर्ड 24.77 लाख करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ, जो पिछले वर्ष की तुलना में मूल्य में 25 प्रतिशत और मात्रा में 36 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
यूपीआई भारत में डिजिटल लेनदेन के लिए प्रमुख तरीका बन गया है। भारतीय रिजर्व बैंक की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में देश में लगभग पाँच में से चार डिजिटल भुगतान यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) पर किए गए।