मुंबई, 12 जून
कमजोर वैश्विक संकेतों और अमेरिका तथा ईरान के बीच बढ़ते तनाव के कारण निवेशकों की धारणा प्रभावित होने के कारण गुरुवार को भारतीय शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव भरे कारोबारी सत्र के बाद भारी गिरावट देखी गई।
सेंसेक्स 823.16 अंकों या 1 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,691.98 पर बंद हुआ, जो कारोबार के दौरान 81,523.16 के निचले स्तर पर पहुंच गया था। निफ्टी 25,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे गिरकर 253.20 अंकों या 1.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,888.20 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में टाटा मोटर्स, टाइटन, पावर ग्रिड, टाटा स्टील, एलएंडटी और महिंद्रा एंड महिंद्रा सबसे ज्यादा नुकसान में रहे, जिनमें से प्रत्येक में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। केवल बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स और टेक महिंद्रा ही हरे निशान पर बने रहे। व्यापक बाजार सूचकांक भी लाल निशान पर बंद हुए।
निफ्टी मिडकैप 100 में 1.73 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 1.90 प्रतिशत की गिरावट आई - जो व्यापक बाजार में बिकवाली का संकेत है।
सभी क्षेत्रीय सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। निफ्टी रियल्टी इंडेक्स सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला रहा, जिसमें 2.02 प्रतिशत की गिरावट आई।
फीनिक्स, गोदरेज प्रॉपर्टीज, अनंत राज, डीएलएफ, प्रेस्टीज, सोभा, ब्रिगेड और मैक्रोटेक डेवलपर्स जैसी प्रमुख रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में 3 प्रतिशत तक की गिरावट आई।