नई दिल्ली, 15 अक्टूबर
बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्याज दरों में कटौती, जीएसटी 2.0 सुधारों और घरेलू तरलता में सुधार के कारण भारत के शेयर बाजार त्योहारी तिमाही में मजबूत रहने की उम्मीद है।
निवेश मंच स्मॉलकेस की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही में वित्तीय, उपभोग, बुनियादी ढाँचा और बिजली क्षेत्रों के नेतृत्व में व्यापक बाजार मजबूती देखने को मिलेगी, क्योंकि नीतिगत सुधार और त्योहारी माहौल नए अवसरों को बढ़ावा देंगे।
उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही में मानसून से प्रेरित ग्रामीण आय और त्योहारी सीज़न के कारण नए वितरण, विशेष रूप से दोपहिया और उपभोक्ता टिकाऊ ऋणों में, में तेजी आने से एमएफआई को बढ़ावा मिलेगा।
आरबीआई ने अच्छे मानसून, मजबूत कृषि गतिविधि और धीरे-धीरे पुनर्जीवित हो रही शहरी मांग के कारण मजबूत ग्रामीण मांग का हवाला देते हुए वित्त वर्ष 26 की वृद्धि दर को 6.8 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। सरकार ने वित्त वर्ष 2026 के लिए 11.21 लाख करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय आवंटन की घोषणा की, जिससे बुनियादी ढांचे पर आधारित विकास को समर्थन मिलेगा, विशेष रूप से रेलवे, सड़क और शहरी विकास जैसे क्षेत्रों को लाभ होगा।