नई दिल्ली, 15 अक्टूबर
भारतीय निर्यात संगठनों के महासंघ ने बुधवार को कहा कि सितंबर 2025 और वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही के लिए भारत के व्यापारिक और समग्र निर्यात में निरंतर वृद्धि, चुनौतीपूर्ण वैश्विक परिदृश्य में भारतीय निर्यातकों के लचीलेपन, अनुकूलनशीलता और प्रतिस्पर्धात्मकता को दर्शाती है।
रल्हन ने कहा कि आयात में वृद्धि इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीनरी और मध्यवर्ती वस्तुओं जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में घरेलू विनिर्माण क्षमताओं के निर्माण पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने की मांग करती है।
FIEO ने सरकार से स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहित करके और नवाचार एवं पैमाने के माध्यम से वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाकर आयात प्रतिस्थापन की दिशा में साहसिक कदम उठाने का आग्रह किया।
उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स, हरित प्रौद्योगिकी और प्रसंस्कृत खाद्य जैसे उच्च-मूल्य वाले क्षेत्रों के लिए समर्थन पर भी ज़ोर दिया, जो दीर्घकालिक मूल्य सृजन और रोज़गार सृजन की अपार संभावनाएँ प्रदान करते हैं।